बहुत ही अच्छा ब्लॉग बनाया है सर आपने। मैंने ढूंढ कर पढ़ा, आपका पोस्ट। अब देखते हैं कि सच की ताकत का कितना असर होता है झूठों में। समाज में तो झूठों की भरमार है। कितना झूठा लोग को तो लालबत्ती मिल गया है। क्या कहियेगा।
Dhanyawaad Lage rahiye. Bhale hi kabhi jhooth kee vijay dikhayee dene lagti hai par sach ko thukraya nahin jaa sakta hai aur jeet sach kee kee rahti hai kyonki sach badalta nahin hai, sach hamesha ek hi rahti hai.
बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
इस ब्लाग के सभी पाठकों एवं प्रतिक्रिया भेजने वाले सभी मित्रों को धन्यवाद। शुरूआत के लिए मैंने सच के बारे में रघुवीर सहाय और महेश्वर की दो विचारोत्तेजक टिप्पणियां दी हैं। साथ ही, रघुवीर सहाय की दो कविताएं, जो कम शब्दों में इतनी ज्यादा बातें कह जाने के कारण लंबे समय से मेरे दिलोदिमाग का हिस्सा बनी हुई हैं। अपनी लिखी चीजें मैं तीन अन्य ब्लाग एवं एक वेबसाइट पर देता रहा हूूं। कभी फुरसत में देखें तो प्रसन्नता होगी- http://rti.net.in/ http://ndranchi.blogspot.com/ http://rtistory.blogspot.com/ http://vrajgadia.blogspot.com/
मुझे लगता है आपने यह सच का सामना पर लिखा है... अच्छा है
ReplyDeletesach bolna aasaan hai
ReplyDeletesnnaa mushkil hai !
बहुत उम्दा आगमन...
ReplyDeleteगंभीरता के सिपाही बढ़ रहे हैं...
शुभकामनाएं...
विष्णु साहब को
ReplyDeleteहमारी भी शुभकामनायें
विष्णु साहब को
ReplyDeleteहमारी भी शुभकामनायें
चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है.
ReplyDeletechitajagat par aapka swagat
ReplyDeleteSach pe amadaa rahna bhi mushkil..uskee qeemat to Mahatama ne apnee jaan deke chukayee..
ReplyDeletehttp://shamasansmaran.blogspot.com
http://kavitasbyshama.blogspot.co.
http://aajtakyahantak-thelightbyalonelypath.blogspot.com
http://shama-baagwaanee.blogspot.com
स्वागत है आपका !
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा ब्लॉग बनाया है सर आपने। मैंने ढूंढ कर पढ़ा, आपका पोस्ट। अब देखते हैं कि सच की ताकत का कितना असर होता है झूठों में। समाज में तो झूठों की भरमार है। कितना झूठा लोग को तो लालबत्ती मिल गया है। क्या कहियेगा।
ReplyDeleteDhanyawaad
ReplyDeleteLage rahiye. Bhale hi kabhi jhooth kee vijay dikhayee dene lagti hai par sach ko thukraya nahin jaa sakta hai aur jeet sach kee kee rahti hai kyonki sach badalta nahin hai, sach hamesha ek hi rahti hai.
aapka
mahesh
http://popularindia.blogspot.com/
बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
ReplyDeleteआप की रचना प्रशंसा के योग्य है . आशा है आप अपने विचारो से हिंदी जगत को बहुत आगे ले जायंगे
ReplyDeleteलिखते रहिये
चिटठा जगत मे आप का स्वागत है
गार्गी
इस ब्लाग के सभी पाठकों एवं प्रतिक्रिया भेजने वाले सभी मित्रों को धन्यवाद। शुरूआत के लिए मैंने सच के बारे में रघुवीर सहाय और महेश्वर की दो विचारोत्तेजक टिप्पणियां दी हैं। साथ ही, रघुवीर सहाय की दो कविताएं, जो कम शब्दों में इतनी ज्यादा बातें कह जाने के कारण लंबे समय से मेरे दिलोदिमाग का हिस्सा बनी हुई हैं।
ReplyDeleteअपनी लिखी चीजें मैं तीन अन्य ब्लाग एवं एक वेबसाइट पर देता रहा हूूं। कभी फुरसत में देखें तो प्रसन्नता होगी-
http://rti.net.in/
http://ndranchi.blogspot.com/
http://rtistory.blogspot.com/
http://vrajgadia.blogspot.com/
हिंसा में मनोरंजन को बढावा देने में संचार माध्यम अग्रणी हैं.
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